स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार: संपूर्ण विवरण

1. परिचय

स्वास्थ्य किसी भी देश की सामाजिक और आर्थिक उन्नति का महत्वपूर्ण स्तंभ होता है। भारत में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएँ, नीतियाँ और अभियान लागू किए गए हैं। हाल के वर्षों में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आयुष्मान भारत योजना, डिजिटल हेल्थ मिशन जैसे सुधार किए गए हैं, लेकिन कई चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं।

सरकार का लक्ष्य “सबके लिए स्वास्थ्य” (Health for All) सुनिश्चित करना है, जिसके लिए बजट में बढ़ोतरी, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार, डिजिटल हेल्थ, और मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धता को प्राथमिकता दी जा रही है।


2. भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र की स्थिति

(i) भारत में स्वास्थ्य सूचकांक (Health Indicators of India)

🔹 जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy): 70 वर्ष (2023 के अनुसार)
🔹 शिशु मृत्यु दर (IMR): 27 प्रति 1000 जीवित जन्म
🔹 मातृ मृत्यु दर (MMR): 97 प्रति 1 लाख जीवित जन्म (2022-23)
🔹 चिकित्सकों की उपलब्धता: 1,511 लोग प्रति 1 डॉक्टर

(इन आँकड़ों की तुलना में विकसित देशों में स्वास्थ्य सेवाएँ अधिक उन्नत हैं।)

(ii) भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की प्रमुख चुनौतियाँ

स्वास्थ्य पर कम खर्च: GDP का सिर्फ 1.98% (2023) स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाता है, जो कि वैश्विक औसत 6% से काफी कम है।
डॉक्टरों और नर्सों की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी।
महँगी चिकित्सा सेवाएँ: निजी अस्पतालों में इलाज महँगा होने के कारण गरीबों के लिए स्वास्थ्य सेवाएँ मुश्किल।
संक्रामक और गैर-संक्रामक बीमारियाँ: डेंगू, मलेरिया, टीबी के साथ-साथ डायबिटीज और हृदय रोगों का बढ़ता प्रभाव।
कोविड-19 महामारी का प्रभाव: स्वास्थ्य सेवाओं पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा।


3. स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए प्रमुख सुधार

(i) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) – 2005

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) – ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएँ सुधारने के लिए।
राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (NUHM) – शहरी गरीबों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिए।

(ii) आयुष्मान भारत योजना – 2018 (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना – PMJAY)

50 करोड़ गरीब और निम्न-मध्यम वर्ग के लोगों को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज।
1.5 लाख से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना।

(iii) प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना

सस्ती दवाइयाँ उपलब्ध कराने के लिए जनऔषधि केंद्रों की स्थापना।
✅ 9,000+ जनऔषधि केंद्र कार्यरत हैं।

(iv) मिशन इंद्रधनुष – 2014

✅ बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण कवरेज बढ़ाना।
✅ 90% से अधिक टीकाकरण लक्ष्य हासिल करने का प्रयास।

(v) मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधार (Maternal & Child Health Reforms)

जननी सुरक्षा योजना (JSY) – गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) – पोषण और चिकित्सा सहायता।

(vi) कोविड-19 महामारी के बाद सुधार

कोविड-19 टीकाकरण अभियान – 200 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए।
पीएम केयर्स फंड के तहत ऑक्सीजन प्लांट और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा।


4. डिजिटल हेल्थ और तकनीक आधारित सुधार

(i) राष्ट्रीय डिजिटल हेल्थ मिशन (NDHM) – 2020

डिजिटल हेल्थ कार्ड और यूनिक हेल्थ ID जिससे मरीजों का मेडिकल रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा।
टेलीमेडिसिन और ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवाएँ बढ़ाना।

(ii) आरोग्य सेतु ऐप और CoWIN प्लेटफॉर्म

कोविड-19 संक्रमण की ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन प्रबंधन के लिए।


5. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में सरकारी योजनाएँ

📌 2023-24 के केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ₹89,155 करोड़ का आवंटन।

योजना/कार्यक्रम उद्देश्य
आयुष्मान भारत योजना 5 लाख तक मुफ्त इलाज
प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना सस्ती दवाइयाँ
मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण कवरेज बढ़ाना
राष्ट्रीय डिजिटल हेल्थ मिशन डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता
एक राष्ट्र, एक हेल्थ कार्ड योजना देशभर में मेडिकल रिकॉर्ड्स का डिजिटलीकरण

6. भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियाँ और समाधान

(i) प्रमुख चुनौतियाँ

सरकारी अस्पतालों की कमी और डॉक्टरों की संख्या में असंतुलन।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की अनुपलब्धता।
स्वास्थ्य बजट का निम्न स्तर।
बच्चों और महिलाओं में कुपोषण।

(ii) संभावित समाधान

स्वास्थ्य बजट बढ़ाया जाए।
नए मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए।
सरकारी अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाए।
टेलीमेडिसिन और डिजिटल हेल्थ सेवाओं को ग्रामीण इलाकों में पहुँचाया जाए।
आयुष (AYUSH) चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा दिया जाए।


7. निष्कर्ष

भारत में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बड़ी योजनाएँ शुरू की गई हैं, लेकिन स्वास्थ्य बजट, इंफ्रास्ट्रक्चर और मानव संसाधन में और अधिक सुधार की जरूरत है।

💡 एक मजबूत, समावेशी और आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली ही भारत को “स्वस्थ भारत” (Healthy India) बनाने में मदद कर सकती है।


📌 परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु:

आयुष्मान भारत योजना – 2018: गरीबों को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन – 2005: ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।
मिशन इंद्रधनुष – 2014: बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण बढ़ाना।
प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना: सस्ती दवाइयाँ उपलब्ध कराना।
राष्ट्रीय डिजिटल हेल्थ मिशन – 2020: हेल्थ ID और डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड।
स्वास्थ्य बजट (2023-24): ₹89,155 करोड़।
चुनौतियाँ: डॉक्टरों की कमी, ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, कम स्वास्थ्य बजट।
समाधान: सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, डिजिटल हेल्थ सेवाएँ, आयुष चिकित्सा का प्रचार।

अगर आपको कोई और जानकारी चाहिए या किसी विशेष विषय पर विस्तृत नोट्स चाहिए, तो बताइए! 😊

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